घाट तुमने अलविदा आख़िरी मूलाकात कहा चले गये वापिस कब आओगे यादें भूल गये कहीं जाओ चले अहसास आँसू तड़पा गये नजरे जहां से खुद को बचाते चले गये फीरभी हमारे वस्ल का सबको पता रहा। तुम चले आओ चले आओ कभी हम कभी तुम

Hindi चले गये Poems